यादों के झरोखे से " मित्रता दिवस "
दोस्तों आप सभी तो जानते ही है कि अगस्त महीने के पहले रविवार को मित्रता दिवस मनाया जाता है। मेरा अभी भी मानना यह है कि जिस तरह खुशियों को मनाने का कोई दिन नहीं होता ठीक वैसे ही किसी खास दिवस को मनाने का कोई दिन नहीं होना चाहिए लेकिन फिर भी हम अपने रोजमर्रा की जरूरतों और भविष्य को संवारने में इतने व्यस्त हो चुके है कि हमें इन दिवसों की जरूरत पड़ने ही लगी है । कम से कम इसी बहाने हम अपने खास से मिल और बात तों कर लेते हैं ।
दोस्तों! इसी साल बीते अगस्त के पहले रविवार को जब मित्रता दिवस था उस दिन मैंने अपने दोस्तों को समर्पित एक कविता लिखी थी। उस कविता को आज यादों के झरोखे से निकाल कर आप सभी के समक्ष उपस्थित हूॅं।
कविता की पंक्तियां इस प्रकार थी 👇
" मुश्किलों में यें हरदम साथ देते हैं
खून का रिश्ता नहीं होते हुए भी
अपनों का एहसास देते हैं
हमारी हर जायज़ और नाजायज
बातों में अच्छे विचार देते हैं
यह दोस्त ही तों होते हैं
जो बिना स्वार्थ हमारे हर
सुख-दुख में हमारा साथ देते हैं।"
दोस्तों! दोस्ती का रिश्ता होता ही है बहुत ही पावन रिश्ता। कहा भी जाता है कि यदि आपके जीवन में सच्चे दोस्त हैं तो वह आपके साथ हर दुख में एक छत्रछाया की तरह साथ रहेंगे और हर सुख में आपके साथ खुशियां मना कर आपके जीवन में आए खुशियों को चौगुना कर देंगे।
दोस्तों! उस दिन रविवार का दिन था तो वैसे भी व्यस्तता चारों तरफ से मुझे घेर चुकी थी लेकिन फिर भी उन्हीं व्यस्तताओं भरे पल में से कुछ समय निकालकर अपने खास दोस्तों को मैंने अपने दिल के एहसास उन तक पहुंचाए थे। उन दोस्तों ने भी बहुत सारी शुभकामनाओं के साथ मुझे मित्रता दिवस की बधाई दी थी। उन्हीं में से मेरी एक खास दोस्त जिसका नाम खुशबू है उसने मेरे लिए लिखा था 👇
दिलों को दिलों से जोड़ दें
वह होते हैं दोस्त
जीवन में मिठास घोल दें
वह होते हैं दोस्त
होंठों पर मुस्कराहट ला दें
वह होते हैं दोस्त
जों ख़ास महसूस करा दें
वह होते हैं दोस्त
और वह मेरे लिए सिर्फ तुम हो।"
दोस्तों! खुशबू की मित्रता दिवस पर शुभकामनाएं पढ़कर बहुत अच्छा लगा था, और भी दोस्तों ने मित्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी थी उन सब को भी देख कर भी चेहरे पर मुस्कान आ गई थी। अभी आप सभी से विदा लेने का वक्त आ चुका है इसलिए मैं अपनी लेखनी को विराम देते हुए यहाॅं से प्रस्थान करती हूॅं और साथ ही ये वादा भी करती हूॅं कि ऐसी ही यादों के झरोखे से निकाली बेहतरीन यादों के साथ फुर्सत मिलते ही पुनः मुलाकात होगी तब के लिए 👇
🙏🏻🙏🏻 " खुश रहे,मस्त रहे और सबसे महत्वपूर्ण बात हमेशा हॅंसते-मुस्कुराते रहें " 🙏🏻🙏🏻
" गुॅंजन कमल " 💗💞💓
Mahendra Bhatt
20-Dec-2022 06:09 PM
शानदार
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नवीन पहल भटनागर
11-Dec-2022 03:31 PM
बहुत खूब लिखा
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Renu
11-Dec-2022 02:59 PM
रूठना_या_मनाना 🌹😊 50 gm हंसी 🤣 100gm प्यार 😘 5 gm कसमें 👍 100 gm बातें 🤑 थोड़ी सी तकरार 👊 थोड़ा सा इंतजार 😍 रूठना मनाना स्वादानुसार 🤨 लो हो गई friendship dish तैयार 🍲 जरा taste 😋करके reply तो करो यार 😝 Smile_please 👍👍😇💐
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